Monday, April 20, 2009

शेर को वॉलीवाल के नेट के पीछे देखा है आपने कभी

गुजरात के शेर नरेन्‍द्र मोदी ने गुजरात में एक जनसभा में अपना भाषण वॉलीवाल के नेट के पीछे खड़े होकर दिया (वीडियो देखें)। वैसे फिर भी जूता पड़ सकता है इसलिए अपने कारनामों के हिसाब से सर्कस वाला लंबा चौड़ा जाल लगवाते तो सुरक्षा की पक्‍की गारंटी रहती। भय हो, भय हो, जूते का...

4 comments:

संदीप said...

हा हा...
नेता लोग तो वैसे भी भय हो से ग्रस्‍त रहते हैं, इतने कुकर्म जो करते हैं...

विजय गौड़ said...

वाह बहुत ही दिलचस्प है ये तो।
एक होता था बूलेट प्रुफ़ और अब साथ में जूता-- भी। वैसे नेट पर फ़ेंका गया जूता उछलकर वापिस तो आ ही जाएगा। अब यह चिन्ता तो नहीं कि दूसरा जो पांव में रह गया था उसे यूंही गंगा मे बहा दें।

संगीता पुरी said...

किसी चैनल के न्‍यूज में देखा था मैने यह दृश्‍य।

संजय बेंगाणी said...

कमाल है आप मोदी को शेर मान रहें है!!!?