Friday, September 19, 2008

गुरु डाल-डाल, चेले पात-पात

हैदराबाद के जवाहरलाल नेहरू टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के शिक्षक आजकल अपने छात्रों से परेशान हैं। वजह है की गुरुओं ने जो सिखाया उसे छात्रों ने इतनी अच्छी तरह सीखा कि अब गुरुओं की नाक में दम आ गया है। असल में जे एन टी उ के कंप्यूटर और आई टी के छात्र अपने लिए तैयार प्रश्न-पत्र विश्वविध्यालय के सर्वर से ही उड़ा लेते हैं यानी हेक कर लेते हैं। अब शिक्षक हैरान-परेशान हैं कि करें तो क्या करें! ये छात्र इतने तेज़ है कि कालेज प्रशाशन और टीचरों की लाख कोशिशों के बावजूद प्रश्न-पत्र हेक कर ले गए। अपने छात्रों की मेधा देखकर टीचरों के पसीने छूट गए। कुछ इसे आजकल के छात्रों के गिरते नैतिक मूल्य कह सकते हैं पर एक बात तो साफ़ हैं कि ये छात्र अपने गुरुओं से आगे बढ़ गए हैं। इससे यह भी पता चलता हैं कि हमारी शिक्षा प्रणाली कितनी बोझिल हो गयी है। परिक्षा सिर्फ़ रटंत विद्या बन गयी है। और प्रैक्टिकल नोलेज के हिसाब से अनुपयोगी भी। याद करिए अपनी परिक्षा के समय हमारा कितना खून सूखता था। यह शिक्षा जिज्ञासु बच्चों को हतोत्साहित करने वाली हैं। ज्यादा सवाल पूछने वाला छात्र अक्सर टीचरों का अप्रिय बन जाया करता है। असल में यह शिक्षा-प्रणाली सिर्फ़ क्लर्क पैदा करने के लिए बनायी गयी थी। जे एन टी उ के छात्रों का प्रशन-पत्र हेक करना सीधे-सीधे इस प्रणाली पर ही सवाल खड़ा करता है।

No comments: