Sunday, November 2, 2008

जब नेता शान्ति की बात करते हैं!!!

हमारे नेता आजकल आम आदमी की सुरक्षा की फिकर में दुबले हुए जा रहे हैं। चुनाव जीतने पर सुरक्षा और शांति की बम्‍पर गारंटी का सुनहरा ऑफर परोसा जा रहा है। क्‍या इनकी बात पर विश्‍वास कर लेना चाहिए या इनकी बात से वह मतलब निकाल लेना चाहिए जो इनकी बात से असल में निकल रहा है। बहरहाल बेर्टोल्‍ट ब्रेष्‍ट जर्मनी के मशहूर कवि थे जो अपनी चुटीली शैली की कविताओं के लिए दुनिया भर में खासे सराहे-पढ़े जाते हैं। उन्‍हीं के शब्‍दों में नेता और किस्‍सा शांति का जानते हैं...

जब नेता शान्ति की बात करते हैं
जब नेता शान्ति की बात करते हैं
आम आदमी जानता है
कि युद्ध सन्निकट है
नेता जब युद्ध को कोसते हैं
मोर्चे पर जाने का आदेश
हो चुका होता है।
------ बेर्टोल्‍ट ब्रेष्‍ट

5 comments:

संगीता पुरी said...

बहुत सही कहा है उन्‍होनें।

Udan Tashtari said...

बढ़िया कहा-अच्छा अनुवाद!!

Gyan Darpan said...

बहुत सही कहा है उन्‍होनें।

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

jo kahte hain samjho uska ulta hone wala hai
narayan narayan

गगन शर्मा, कुछ अलग सा said...

जंगल में अचानक बकरी और उसके बच्चे के सामने शेर आ गया। दोनो थर-थर कांपने लगे। पर शेर ने पास आ बच्चे के सर पर हाथ फेरा, बकरी को नमस्कार कर पूछा, बहन कैसी हो? कोई तकलीफ हो तो बताना और चला गया। अचंभित बच्चे ने पूछा, मां यह कैसा गजब।
बकरी बोली, कुछ नहीं बेटा, लगता है चुनाव आ गये हैं।